Anupama 14 April :-
काव्या ने वनराज के कमरे के अंदर घुसने के लिए सीढ़ी बनाई। वह सोचती है कि सीढ़ी को ऊपर उठाना है या नहीं। इस बीच, पाखी आती है और मांग करती है कि किंजल उसे सामाजिक कार्यक्रम में जाने दे। किंजल खारिज। काव्या पाखी के साथ बदतमीजी करती है। वह सोचती है कि वह इस बारे में सोचें कि वह वनराज के कमरे के अंदर घुस नहीं सकती। पाखी किंजल से कहती है कि अगर अनुपमा यहां होती तो वह उसे इजाजत देती। किंजल ने पाखी को सामाजिक मामले में नहीं जाने दिया। पाखी की सहेली मांग करती है कि वह छुपकर घर से भाग जाए। वह उससे कहती है कि अगर वह कबीर के साथ नहीं दिखेगी तो साथ-साथ उसके साथ किसी भी समय बात नहीं करेगी। पाखी घर से दूर जाने का फैसला करती है। काव्या ने पाखी को हटाया एक सामाजिक कार्यक्रम में जाने के लिए परिवार से। वह पाखी की गलत बयानी को उजागर करने का फैसला करती है।
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वहां नंदिनी समर को चोट पहुंचाने के लिए दारोगा की पिटाई करती है। एक अपराधी वहां कटिंग एज के साथ जाता है। समर नंदिनी को बचाता है। गुंडे भाग जाते हैं। समर ने नंदिनी को गुंडों से लड़ने के लिए फटकार लगाई। नंदिनी समर को देती है कि, वह उसे खोने से डरती है। समर नंदिनी को स्वीकार करता है। दोनों एक दूसरे के लिए अपनी पूजा करते हैं।
उलटा, समर नंदिनी को परेशान करने के लिए दोषियों से लड़ता है। समर और नंदिनी दोनों ही लुटेरों से लड़ते हैं। इस बीच, पाखी हसमुख और वनराज के चाचा के साथ बैठती है। वह हसमुख को प्रोत्साहित करती है कि वह खाना नहीं खाएगी क्योंकि वह जांच के लिए जा रही है। पाखी ने कहा कि वह किसी के बारे में किसी को बताए बगैर छुपकर भाग जाएगी। काव्या का मानना है कि पाखी घर से दूर चली जाएगी। वह सोचती है कि यह पाखी के लिए पारिश्रमिक का समय है।


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