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उड़रियां 29 नवंबर 2021 लिखित पूर्ण एपिसोड


        फतेह तेजो को रूमाल देता है।  वह अपने दुपट्टे से हाथ पोंछती है।  वह कहती है बधाई, शुभकामनाएं।  वह कहता है कि मैं तुम्हारा दुपट्टा वापस करना चाहता था।  वह इसे लेती है और अपने पल को याद करती है।  जैस्मिन ने कनाडा के मैप बोर्ड पर फतेह और उसकी तस्वीर लगाई।  वह तेजो को दूर कर देती है।  वह कहती है कि तेजो नहीं जाएगा, मैं वहां जाऊंगी।  वह सत्ती से मिठाई लाने के लिए कहती है।  वह बेबे से उसे वह सामान देने के लिए कहती है जो उसने कनाडा यात्रा के लिए रखी थी।  वह सत्ती से इसे लाने के लिए कहती है, नहीं तो वह चली जाएगी।  जाती है।  वह कनाडा कनाडा गाती है…।  उसे कपड़े मिलते हैं।  वह बेबे को कोट पहनाती है।  वह भी एक पहनती है।  वह बेबे को वहाँ आने के लिए तैयार होने के लिए कहती है।  वह कहती है कि मैं आप सभी को वहां बुलाऊंगी।  सत्ती ने जैस्मीन को डांटा।  जैस्मीन पूछती हैं कि मैं ऐसी छोटी सी बात कैसे भूल सकती हूं।  फतेह कहते हैं ग़म और दर्द के सिवा कुछ न दे सका तुझे, दुआएं हमेशा बनी रहे, मैं चाहता हूं कि आप हमेशा खुश रहें, मुझसे और मेरे दिए हुए गम से दूर रहें, एक अच्छा जीवन जिएं।  वह सोचता है कि एक बार मुझे देख लो।  वह कहता है कि मैं अब जाऊंगा।  वह कहती हैं अपना और जैस्मीन का ख्याल रखना।  वह छोड़ देता है।  वो रोते हैं।  वह तेजो और उसकी शादी के उल्टे दौर को याद करता है।  साथ ना….नाटक….  अंगद तेजो धारण करते हैं।  जैस्मीन कुछ चीजें पैक करती हैं।  दिलराज उसे रोकता है और उससे बहस करता है।  जैस्मीन और दिलराज एक साथ बर्तन खींचते हैं।  घड़ा गिर कर टूट जाता है।  जैस्मिन दिलराज को डांटती है।  सत्ती उसे अब इसे रोकने के लिए कहती है।  जैस्मीन कहती है कि तुम्हारी बेटी विदेश जा रही है, तुम सब मुझे एयरपोर्ट छोड़ दो, मैंने कुछ नहीं चुराया।

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