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Laxmi Is Back | Bhagya Laxmi Upcoming twist


               लक्ष्मी ने ऋषि को याद करते हुए कहा कि वह यह न सोचें कि मलिष्का और उसके बीच कुछ चल रहा है।  वह उनके पलों को याद करती है।  ऋषि और आयुष घर वापस आ जाते हैं।  वे कमरे की ओर दौड़े।  करिश्मा ऋषि को देखती है और सोचती है कि भगवान का शुक्र है, वह बच गया।  आयुष लक्ष्मी को बुलाता है।  ऋषि बाथरूम में दस्तक देता है और अंदर जाता है, लेकिन वह वहां नहीं है।  आयुष चिंतित हो जाता है।  वीरेंद्र का कहना है कि लक्ष्मी का फोन नहीं आ रहा है, अब मौसम भी खराब नहीं है।  नीलम कहती है कि वह लापरवाह हो गई है।  वह कहती है कि ऋषि लक्ष्मी की तरह मूर्ख नहीं है, और उसने फोन किया और सूचित किया कि वह मलिष्का के घर में सुरक्षित है।  वह उसे लक्ष्मी का पक्ष लेने के लिए डांटती है और कहती है कि मैंने उसे डांटा क्योंकि उसने गलती की थी।


              मलिष्का अपने कमरे में आती है और सामान फेंक देती है।  वह कहती है कि मैं उस लक्ष्मी के कारण शादी नहीं कर सका।  किरण वहां आती है और कहती है कि तुम ऋषि से शादी कर रहे थे।  एक महिला वहां आती है और उसकी बात सुनती है और चौंक कर चली जाती है।  मलिष्का कहती है माँ, यह मेरी गलती नहीं है, बल्कि यह लक्ष्मी की गलती है।  वह कहती है कि वह आई थी और मेरी शादी नहीं हो सकी।  वह कहती है कि वह इमोशनल ड्रामा करेगी, और मुझे सबके सामने बुरा और खलनायक बना देगी।  वह किरण को गले लगाती है और रोती है।


                करिश्मा नीलम के पास आती है और कहती है कि ऋषि आयुष के साथ आए हैं।  वीरेंद्र ने भगवान को धन्यवाद दिया और लक्ष्मी के बारे में पूछा।  करिश्मा कहती है कि लक्ष्मी नहीं आई है।  आयुष ऋषि से पूछता है कि उसके कार्यों का कारण क्या था।  ऋषि कहते हैं अब मुझे लक्ष्मी की खोज करनी है।  आयुष कहते हैं कि आपने कुछ शालीनता दिखाई होगी, और उसे सच बताना चाहिए था।  वह कहता है कि अगर उसे सच्चाई का पता चल जाएगा, तो इस तरह से मलिष्का और तुम्हारी शादी वहीं हो रही है।  वीरेंद्र उसकी बात सुनता है और ऋषि को थप्पड़ मारता है।  लक्ष्मी चट्टान पर पहुँचती है।

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